दीवान ख़ास का अर्थ
[ divaan khas ]
परिभाषा
संज्ञा- ऐसी सभा जिसमें राजा या बादशाह मंत्रियों तथा चुने हुए प्रधान लोगों के साथ बैठते हैं:"बादशाह ने दीवाने खास में अपनी समस्या रखी"
पर्याय: दीवाने खास, दीवाने ख़ास, दीवान खास, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-ख़ास, खास दरबार, ख़ास दरबार - वह जगह जहाँ राजा या बादशाह मंत्रियों तथा चुने हुए प्रधान लोगों के साथ बैठक करते हैं:"मंत्रिगण दीवाने खास में बादशाह की प्रतीक्षा कर रहे हैं"
पर्याय: दीवाने खास, दीवाने ख़ास, दीवान खास, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-ख़ास, खास दरबार, ख़ास दरबार